हरियाणा राज्य का गठन
आज हम बात करते है हरियाणा राज्य के गठन के बारे में । हरियाणा को अलग होने के लिए किन-किन कठिनाईयो का सामना करना पड़ा था और इसको अलग करने के लिए कौन - कौन सी समितियाँ बनाई गई थी । आइए जानते है यह कब बना और कैसे बना ।
आज हम बात करते है हरियाणा राज्य के गठन के बारे में । हरियाणा को अलग होने के लिए किन-किन कठिनाईयो का सामना करना पड़ा था और इसको अलग करने के लिए कौन - कौन सी समितियाँ बनाई गई थी । आइए जानते है यह कब बना और कैसे बना ।
- जब भारत आजाद हुआ तब हरियाणा पंजाब का भाग था । उस समय पंजाब के मुख्यमंत्री भीमसेन सच्चर होते थे ।
- हरिय़ाणा के गठन के लिए सबसे पहले सच्चर फार्मूला आया था यह फार्मूला पंजाब के मुख्यमंत्री के नाम पर रखा गया था ।
- सच्चर फार्मूला 1949 को लागू हुआ था।
- 1953 में राज्य पुर्नगठन आयोग आया इसके अध्यक्ष फजल अली थे । उस समय हरियाणा और पंजाब को पैप्सू कहा जाता था और इनकी राजधानी शिमला होती थी ।
- 1956 में इसने एक रिपोर्ट सौंपी जो असफल रही थी ।
- 1966 में पंजाब के लोकसभा अध्यक्ष सरदार हुकुम सिंह थे। इसने जे. सी . शाह आयोग की माँग की थी । इसमें 3 व्यक्ति होते थे जे. सी. शाह , एम. फिलिपज, एस. दत्त ये होते थे ।
- जे. सी. शाह समिति ने 23 अप्रैल 1966 को राष्ट्रपति को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी । राष्ट्रपति ने इसको 27 अगस्त को मंजूरी दी थी । और यह समिति सफल रही थी । जिसने हरियाणा और पंजाब को अलग कर दिया था ।
- इस तरह हरियाणा 1 नवम्बर 1966 को अलग राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ।
- पंजाब का 35.18 प्रतिशत हिस्सा हरियाणा को दिया जिसको पैप्सू बोला जाता था । इसमें पंजाब को कोई दिक्कत नहीं थी ।
- इस तरह जे. सी. शाह समिति हरियाणा को अलग राज्य देने का दर्जा दिया । इस तरह ये समिति बहुत ही प्रसिद्ध समिति मानी गई ।
- 18 वें सशोधन के कारण हरियाणा को अलग राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ ।
- हरियाणा भारत का 17वां राज्य बना ।
- हरियाणा सरकार ने चण्ड़ीगढ़ को केन्द्र शासित प्रदेश 1 नवम्बर 1966 को बना दिया ।
- जब हरियाणा राज्य का गठन हुआ तब इसमें 7 जिले थे ।
- जब हरियाणा राज्य का गठन हुआ तब इसके जिले इस प्रकार थे - गुरुग्राम, हिसार, अम्बाला, रोहतक, जींद, करनाल, महेन्द्रगढ़ ये सभी जिले 1 नवम्बर 1966 को बने थे।
- 22 दिसम्बर 1972 को हरियाणा में दो नए जिले बनाए गए इनका नाम था भिवानी और सोनीपत ये जिले बनाए गए थे ।
- 23 जनवरी 1973 को हरियाणा में एक और नया जिला बनाया गया जिसका नाम था कुरुक्षेत्र ।
- 1 सिंतबर 1975 को हरियाणा में एक और नया जिला बनाया गया जिसका नाम सिरसा है क्षेत्रफल की दृष्टि से हरियाणा का सबसे बड़ा जिला माना गया है।
- 2 अगस्त 1979 को हरियाणा में एक और नया जिला बनाया गया जो आज फरीदाबाद के नाम से जाना जाता है जनसंख्या की दृष्टि से हरियाणा का सबसे बड़ा जिला है ।
- 1 नवम्बर 1989 को हरियाणा में चार नए जिले बनाए गए वो थे कैथल, रेवाड़ी, पानीपत, यमुनानगर ये चार जिले एक साथ बनाए गए थे ।
- 15 अगस्त 1995 को हरियाणा में एक और नए जिले का जन्म का हूआ था जिसका नाम है पंचकुला ।
- 15 जुलाई 1997 को हरियाणा में दो और नए जिले का निर्माण हुआ जिनका नाम था फतेहाबाद और झज्जर । पतेहाबाद जिले को हिसार जिले से अलग करके बनाया गया था । झज्जर को रोहतक जिले से अलग करके बनाया गया था ।
- 2 अक्टूबर 2005 को हरियाणा में एक और नया जिला बनाया गया जिसका नाम मेवात था अब मेवात जिले को नूँह कहा जाता है। इसको हरियाणा का छोटा पाकिस्तान भी बोला जाता है । क्योकि इसमें मुस्लिम समुदाय के लोग ज्यादा रहते है और इस जिले में पंजाबी भाषा नही बोली जाती है।
- 15 अगस्त 2008 को हरियाणा मेंएक और नया जिला बनाया गया जिसका नाम पलवल रखा गया । इस जिले में भी मुस्लिम समुदाय के लोग ज्यादा रहते है ।
- 16 नवम्बर 2016 को हरियाणा में एक और नए जिले का जन्म हुआ जिसका नाम चरखी दादरी रखा गया । यह हरियाणा का नवनिर्वाचित जिला है । इस जिले को भिवानी से अलग करके बनाया गया ।
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